गुरु किसे बनाना चाहिये…..?

गुरू का अर्थ श्रद्धा होता है। गुरु या आत्मा एक ही सिक्के के दो पहलू होते है, योग में गुरु को आत्मा का मार्गदर्शक कहा गया है। महत्वपूर्ण यह नही की हम गुरु बनाएं, हमारे लिये महत्वपूर्ण है, जिस पर हमारी पूर्ण श्रद्धा हो, उसी को गुरु को गुरु बनाएं, फिर चाहे वह धूल का कण ही क्यों न हो,
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आयुर्वेद अथर्ववेद का अंग है।

ब्रम्हा जी ने सृष्टि के निर्माण से पहले एक लाख श्लोक और एक हजार अध्यायों वाली ब्रह्म संहिता की रचना भूलोक में रहने वाले मनुष्य की आयु की अल्पता और अस्वस्थता का विचार कर आयुर्वेद का निर्माण किया। सतयुग में और आज जंगलों में रहने वाले पशु पक्षियों को आयुर्वेद की कोई आवश्यकता नही होती है। ब्रम्हा जी ने त्रेतायुग,
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घुटनों में दर्द क्यों होता है ?

ॐ गऊ ! घुटने में दर्द का कारण बॉडी का एलाइनमेंट डिस्टर्ब होने से है अर्थात् शरीर का टेड़ा-मेड़ा झुकना, चलने या शरीर की बनावट या चाल में गड़बड़ी होने से होता है। नाभि के डिस्टर्ब होने के कारण, बॉडी का एलाइनमेंट बिगड़ जाता है। बॉडी टेड़ी मेडी हो जाती है, जिस कारण बॉडी का बैलेंस बिगड़ जाता है। कार्टिलेज

अग्निमांद्य (भूख न लगना) Digestive Insufficiency

भूख न लगने के कारण – जठराग्नि का मंद पड़ना मुख्य कारण होता है, जठराग्नि निम्न कारणों से मंद पड़ जाती है  एक जैसा भोजन करते रहना, जिस कारण जीभ दूसरे रसों का स्वाद लेना भूल जाती है, जबकि मानव जीभ में 10000 स्वाद कलिकाएँ होती हैं।  असमय भोजन करते रहना, इससे शरीर के पाचक एंजाइम कन्फ्यूज और सुस्त पड़
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असाध्य रोग(Incurable Diseases)

गोमुत्र, कपालभाति, पंचकर्म या उपवास की शोधन चिकित्सा द्वारा असाध्य(incurable diseases) या याप्य( medicine dependent diseases) रोग सदा के लिये नष्ट किये जा सकते है। असाध्य रोग तीन मुख्य कारणों से होता है……..   पूर्व जन्मों के कर्म दुष्ट शुक्र एवं रज से वर्तमान कर्म, विकृत आहार – विहार और रोग की समय पर चिकित्सा नही करने से।

गौमाता के बारे क्या कहता है विज्ञान

अधिकांश विदेशी गोवंश (हॅालस्टीन, जर्सी, एच एफ आदि) के दूध में ‘बीटा कैसीन ए1’ नामक प्रोटीन पाया जाता है जिससे अनेक असाध्य रोग पैदा होते हैं। पांच रोग होने के स्पष्ट प्रमाण वैज्ञानिकों को मिल चुके हैं। इस्चीमिया हार्ट ड़िजीज (रक्तवाहिका नाड़ियों का अवरुद्ध होना)। मधुमेह-मिलाईटिस या डायबिट़िज टाईप-1 (पैंक्रिया का खराब होना जिसमें इन्सूलीन बनना बन्द हो जाता है)।

देसी गाय का दूध(A2 Milk)🥛क्यों हैं अमृत समान ?

देसी गाय का दूध (A2 Milk – भारतीय नस्ल की गायों जैसे बद्री, साहीवाल, गिर, लाल सिंधी, हरियाणा, थारपारकर आदि से प्राप्त किया गया दूध A2 मिल्क की श्रेणी में आता है।) क्यों हैं अमृत समान ? A1 गाय के दूध में A1 बीटा-केसीन होता है और A2 गाय के दूध में A2 बीटा-केसीन होता है। हाल ही में हुए

गौमूत्र का सेवन क्यों आवश्यक है | Gomutra ke fayade

गौमूत्र का सेवन आज क्यों आवश्यक है | शरीर मे जमे जहर या कृत्रिम रसायन ( मनुष्य निर्मित कैमिकल ) को शरीर से गोमुत्र द्वारा निकाला जा सकता है। गौमूत्र के फायदे Gomutra ke fayade गोमूत्र: आधुनिक युग में आयुर्वेदिक रत्न | शरीर के लिए अमृत और विषहर आजकल के तेजी से बदलते जीवनशैली और पर्यावरण की प्रदूषण से लड़ने के
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आलस्य मे डूबा हुआ: अध्यात्म

आलस्य मे डूबा हुआ अध्यात्म आलस्य से भरा हुआ जीवन व्यक्ति आकांक्षाएं तो बहुत रखता है संसार में किसी भी व्यक्ति से आप पूछ कर देखें, चाहे वह सफल हो या असफल। इच्छा कामनाओं से रहित कोई भी नहीं है। अध्यात्म के पथ पर चलते हुए लोग अक्सर बाहरी तौर पर निष्क्रिय देखे जाते हैं। उनके मन में सत्य कामनाएं

समय क्या है?

समय तुम्हारी मुठ्ठियों में तो नही , पर समय तो कोई रेत भी नहीं जो हाथों से फिसल जाए। तुम कहते हो कि समय भागता चला जा रहा है पर तुम जरा ध्यान से देखो समय तो एकदम स्थिर है जरा भी हिल डुल नहीं रहा। चल तो तुम्हारी घड़ियां रहा है तो क्या घड़ियों को रोक देने से समय